प्लाईवुड एक ऐसा नाम है जो हर घर में काम आता है। फिर चाहे आप अपने घर का बेड बनवाएं या फिर स्टूल , या फिर किचिन या कही कोई और आइटम।
लेकिन सबसे बड़ी समस्या होती है कि कौन सी प्लाईवुड को खरीदा जाए। क्यूंकि बाजार में बहुत सारे ब्रांड्स उपलब्ध हैं। और जब आप दूकानदार के पास जाते हैं तो फिर वो आपको एक ब्रांड की प्लाई दिखाएगा और फिर एक नॉन ब्रांडेड। और अंतता वह आपको नॉन ब्रांडेड प्लाई खरीदने की सलाह देता है।
आखिर क्या है इस सबके पीछे खेल और आखिरकार कौन सी प्लाई खरीदी जाये और कहाँ से खरीदना बेहतर होगा।
प्लाईवुड और प्लाइबोर्ड (ब्लॉकबोर्ड) में क्या अंतर होता है
बहुत कम लोगों को ये बात पता होती है कि प्लाईवुड और प्लाइबोर्ड(ब्लॉकबोर्ड) दो अलग अलग चीजें होती हैं।
प्लाईवुड :
यह लकड़ी की पतली पतली परत (जिसे विनीर कहते है) को अधिक तापमान पर ग्लू से चिपकाकर बनाया जाता है।
- इसका साइज 8x4 फुट (सर्वाधिक उपयोग होने वाला) होता है।
- और यह 3 मिमी से लेकर 24 मिमी तक मोटाई में उपलब्ध होता है।
- इसका उपयोग घर के फर्नीचर बनाने में किया जाता है।
- इसपर आप लेमिनेशन , पेण्ट सब आसानी से कर सकते हैं।
- इसमें वाटरप्रूफ प्लाई भी बाजार में उपलब्ध हैं।
- इसकी कील पकड़ने की क्षमता बहुत अधिक होती है।
- ज्यादा लम्बा फर्नीचर बनाने में एक समय बाद इसमें मुड़ाव आ जाता है।
ब्लॉकबोर्ड :
- इसे मुलायम लकड़ी के टुकड़ों को ऊपर नीचे विनीर की परत लगाकर तापमान और ग्लू का उपयोग करके दबाकर बनाया जाता है।
- इसमें मुलायम लकड़ी के टुकड़ों को किनारे किनारे लगया जाता है और बीच में अन्य टुकड़े भर दिए जाते हैं।
- यह प्लाईवुड में बजन से हल्का होता है।
- इसमें कभी कभी कील लगाने से अंदर लकड़ी के टुकड़ों में गैप होने की बजह से कील ढीली हो जाती है।
- इसका पानी से काफी बचाव रखना पड़ता है लेकिन कुछ ब्रांड्स इसमें भी वाटर प्रूफ होने की बात बोलते हैं।
- इसका उपयोग ज्यादा लम्बाई वाले फर्नीचर बनाने में किया जाता है क्यूंकि यह मुड़ता नहीं है।
- यह भी सामान्यता 8 x 4 में सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाता है।
- इसका सर्वाधिक उपयोग दरवाजे बनाने और बेड के हेड बनाने में उपयोग किया जाता है।
क्या प्लाईवुड और ब्लॉकबोर्ड में दीमक लग जाता है
एकबार दीमक किसी भी चीज में लग जाए तो फिर उसे चट करके ही दम लेता है। अमूमन दीमक नमी के कारन होता है। काफी साड़ी कम्पनिया दावा करती हैं कि उनकी प्लाई में दीमक नहीं लगेगी। लेकिन एक समय बाद मैंने काफी प्लाई में दीमक लगती हुई देखी है।
दीमक सिर्फ एक्शन टेसा के HDHMR और BOILO ग्रेड के बोर्ड में नहीं लगता है।
किचिन में फिर कौन सा प्लाई लगाना चाहिए
अगर मैं अपनी पर्सनल राय दू तो आपको किचिन में और हर उस जगह जहां पर आपको दीमक लगने और सीलन का खतरा हो। वहां पर Action Tesa कंपनी का HDHMR बोर्ड या फिर BOILO बोर्ड ही लगवाना चाहिए। ये हाई डेंसिटी और हाई मॉइस्चर रेसिस्टेंट होते हैं।
इनकी कीमत और प्लाई की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं रहता है।
आप एक बात सोचिये, जब आप लाखो का इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो एक बार में ही अच्छा मटेरियल लगवाइयेगा। दूकानदार आपको बेवकूफ बनाकर ज्यादा मुनाफे के लिए उनके पास जो ब्रांड होगा वही रेकमेंड करेंगे।
महत्वपूर्ण सूचना :
अगर आप मॉडुलर किचिन बनवाना चाहते हैं या फिर कोई लक्ज़री फर्नीचर खरीदना चाहते हैं तो आप नीचे दी हुई किसी भी कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। इसका प्राइस भी अच्छा है और क्वालिटी तो बेहद शानदार है। ये दोनों ही कंपनी नॉएडा (उत्तर प्रदेश) में स्थित हैं। लेकिन ये अपनी सेवायें आल इंडिया में देते हैं।
कंपनी 1 :
BKRICHA Business Services Private Limited
Whatsapp Number : +91-8273271127
कंपनी 2 :
Maswill Industries Private Limited (Sector 9, Noida)
Whatsapp Number : +91-8368524482
Comments
Post a Comment